एक दिन सुबह मामा जी का फोन आया कि बेटा तुम्हारी बहन के मार्क्स स्कूल में काम आए हैं तो अगर तुम उस को पढ़ा दोगे तो बहुत हेल्प होगी, तो मेने कहा की ठीक है मामा जी आप धरवी को भेज दो.
अगले दिन मामा की धरवी को लेकर सुबह सुबह मेरे घर आए उस, टाइम मैं सो रहा था. मम्मी ने मुझे उठाया और कहा कि मामा जी आए हे, में उठा और मामा जी से मिलने गया. मामा जी बैठे हुए थे, और धरवी के हाथ एक बेग था जिसमें उसके कपड़े थे शायद.
एक घंटे बाद मामा जी बोले की ठीक है अब मैं चलता हूं, तुम ध्यान रखना इसका. १० दिन के बाद मैं इसे लेकर जाऊंगा, मैंने कहा ठीक है मामा जी.
शाम को घर वालों को शादी में जाना था तो घर में सब तैयार हो रही थी तब मैंने घर में बोला कि मम्मी मैं नहीं जा पाऊंगा मुझे काम है कुछ. फिर मम्मी ने कहा ठीक है
फिर मम्मी धरवी के पास चली गई और बोली जल्दी से तैयार हो जाओ हम सब चलेंगे, फिर धरवी बोली की बुआ जी मैं तैयार होती हूं, हमारे घर में एक ही बाथरूम है.
मैं जब बाथरूम जा रहा था तो देखा कि धरवी बाथरुम में है और उसकी पहनी हुई पैंटी और ब्रा बहार पड़ी हुई है, मगर मैं बाहर खड़ा रहा, कुछ टाइम में धरवी बाहर आई और अपने पुराने कपड़े उठा कर वॉशिंग मशीन में डाल दिये. उसके एक घंटे बाद सब लोग गाड़ी में बैठ कर चली गये, मैं घर पर ही था.
रात को १० बजे मुझे याद आया की वोशिंग मशीन में धरवी की ब्रा पैंटी है. मैं वहां गया और ढूंढने लगा. फिर मैंने देखा कि लाल रंग की पेंटी जिस में आगे के साइड थोड़ा रंग फेड था और थोड़ी गीली सी थी. मैं जल्दी से दोनों चीजों को लेकर रूम में आया और धरवी का बैग खोला, उसमें और भी कलर की ब्रा पेटी थी मगर वह सब धूली हुई थी.
फिर मैंने उसकी पैंटी को उठाया और उसे सुघने लगा. वाह क्या स्मेल थी, मेरा लंड तो एकदम खड़ा हो गया. उसकी पैंटी कि स्मेल ने मुझे मदहोश कर दिया था. फिर मैंने वह हिस्सा सुघने लगा जोकि उसकी गांड से चिपका था. वाह मेरा मन हो रहा था कि आज रात को चोद डालू उसे.
लेकिन फिर मैंने धीरे धीरे उसकी पैंटी चाटनी शुरू की और मुट्ठ मार दी, फिर उसके कपड़े वाशिंग मशीन में डाल दिया, रात को सब शादी से आ गए और आकर सो गए, धरवी मम्मी के साथ जाकर सो गई थी.
अगले दिन से मैं धरवी को पढ़ाने लगा, उसने टाइट पजामी पहनी हुई थी और ऊपर टॉप जोकि टाइट था उसको, उसके मोटे मोटे चूचे साफ निकल रहे थे.
उस दिन शाम को मम्मी पापा काम से बाहर गये और भाई भी उनके साथ चले गये, उस दिन में और धरवी रात को अकेले थे. मैंने जानबूझकर बायलोजी की बुक निकाली और कहा कि आज हम बायलॉजी पढेंगे.
उसने कहा ठीक है. फिर मैंने बुक में लंड की फोटो निकाली और पढ़ाने लगा. वह पढ़ती गई और हल्का हल्का शरमा रही थी. मैंने थोड़ा फ्लर्ट किया और बोला की कभी असली में देखा है? वह बोली नहीं.
फिर मैंने कहा ठीक है मैं किचन में गया २ शरबत बनाये और एक में नींद की गोली मिला दी और मैंने उसे कहा लो शरबत पी लो बाकी कल पढ़ लेंगे.
उसने वह शरबत पि लिया और कुछ ही देर में वह सो गई. मेने उसको दो बार उठा कर देखा मगर वो गहरी नींद में थी, मैं बड़ा खुश हुआ मैंने उसको बेड पर लिटा दिया और उसके पैर सूंघने लगा, वाह क्या स्मेल आ रही थी. फिर मैं उसके पैर चाटने लगा फिर मैंने उसके दोनों पैर को फैलाया और उसकी गांड को उपर से सूंघने लगा.
मेरा लंड एकदम तन चुका था. फिर मैंने उसके हाथ उठाए और देखा कि उसकी बगल में बाल थे. मैंने बिना कुछ सोचे उसके बगल के बाल चाटने लगा और फिर उसके चूचो को चाटने लगा. अब मैं पूरा पागल हो गया था.
फिर मैंने उसके होंठों को चूसा और १० मिनट तक किस करता रहा. अब मुझे रुका नहीं जा रहा था. मैंने उसका पजामा उतार दिया और पेंटी दूर कर दी. उसकी चूत पर लंबे लंबे बाल थे, पहले मैंने उसकी इस पोज पर फोटो ले ली.
फिर मैंने उसकी चूत को आधे घंटे तक चाटा क्या मस्त चूत थी उसकी, जन्नत में था उस दिन. फिर मैंने अपना लंड निकाला जोकि बेसबर हो रहा था उसको चोदने के लिए.
मैंने धीरे से उसकी चूत में डाल दिया, वह थोडा हिली, में फिर धीरे धीरे उसे चोदने लगा. फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी है और उसे कुत्ते की तरह चोदने लगा.
वह नींद से बाहर नहीं आ पा रही थी और मैं उसे चोदता रहा. कुछ देर बाद मैंने उसे पेट के बल लिटा दिया और फिर उसकी गांड को हाथ से खोला, मेरी आंखें फटी रह गई.
मैंने कभी किसी लड़की की गांड इतनी पास से नहीं देखी थी. तभी मैंने अपनी जीभ उसकी गांड में घुसा दी, फिर कुछ देर तक चाटने के बाद मैंने अपना लंड उसकी गांड में डाला और चोदने लगा और वीडियो भी बनाई, वह पूरी नंगी थी और मेरे स्पर्म से लिपटी हुई थी.