नमस्ते दोस्तों मेरा नाम अंकिता हे और आज की ये हिंदी कहानी मेरी नोकरानी की हे. वो दिखने में बहुत खुबसुरत हे थी. उसका पति था लेकिन वो बड़ी ही सेक्सी टाईप की थी और एक लंड से संभलने जैसी तो थी ही नहीं वो. उसके बदन की भूख को उसका पति अपने अकेले लोडे से पूरा नहीं कर पाता था. और इस नोकरानी को पराये मर्दों से अपने चोदने की भूख को मिटाने की लत लगी हुई थी.
वो बड़ी ही चुदासी रहती थी और मर्दों के सामने उसके लटके झटके चालु ही हो जाते थे. मर्द देखा नहीं की उसका साडी का पल्लू गिर जाता था. तो कभी वो अपने कपडे ऐसी जगह से जानबूझ के फाड़ देती थी की अन्दर के सेक्सी अंग दिखे. झाड़ू भी वो ऐसे लगाती थी जैसे कचरा साफ़ न करना हो पर अपने बूब्स की झलक दिखलानी हो. उसकी इस चुदासी नेचर का पता जिस भी भाभी और आंटी को चलता था वो उसे काम से निकाल देते थे. अब भला कौन अपने पति को सामने से कुर्बान करवाना चाहता हे! एक बार इस नोकरानी ने हमारे पड़ोस में ही एक बड़ा काण्ड किया था.
एक दिन जब मैं और मेरा भाई घर पर अकेले थे. तो वो मेरे भाई के पास आई और उसे कहने लगी की आज तुम्हारे मम्मी पापा घर पर नहीं हे और सिर्फ तुम्हारी छोटी बहन ही हे जो उतनी समझदार नहीं हे अभी. क्यूँ न हम लोग अपने बदन को गरम कर ले. अब लोडे को चूत मिले वो भी सामने से और फ्री में तो वो भला कैसे मना करें. भाई तो रेडी हो गया इस नोकरानी पूनम को चोदने के लिए. वो दोनों को पता नहीं था की मैं एक खिड़की से उन दोनों की सेक्स की मस्ती को देख रही थी.
सब से पहले तो मेरे भाई ने अपने कपडे उतार दिए. देखते ही देखते पूनम ने भी अपनी साडी उतार दी. मेरा भाई उसके मुहं को और होंठो को चूमने लगा. वो भी मेरे भाई के बदन के ऊपर नागिन के जैसे लिपट गई और उसने जल्दी से अपना टाईट ब्लाउज खोल दिया और उसकी छाती मेरे भाई की छाती से चिपक गई.
फिर पूनम ने अपना चनिया भी उतार दिया. अब वो सिर्फ एक सस्ती ब्रा और पेंटी में थी. मेरे भाई ने उसकी जांघो के ऊपर अपने हाथ रख के सहला दिया. मेरा भाई एकदम से ही उत्तेजित हो गया और नोकरानी को जमीन पर लिटा दिया उसने. और फिर वो उसकी नंगी कमर के ऊपर अपने होंठो से चूमने लगा और चाटने भी लगा. उसके बाद में मेरे भाई ने उसकी नंगी जांघो को भी चूमा. और कुछ देर तक वो ऐसे ही पूनम के सेक्सी बदन के ऊपर अपने होंठो से प्यार करता रहा. पूनम की साँसे तेज हो गई थी और उसके पेट ऊपर निचे होने लगा था. फिर भाई ने चूमना और किसी करना बंद कर दिया. उसने अब पूनम की ब्रा को उतार दी और उसकी छातियों को चूमने और चाटने लगा. फिर उसकी छाती को मुहं में लेकर उसकी छाती में से दूध को चूसने लगा भाई.
मेरा भाई बहुत ही जोर जोर से पूनम की छाती को चूस रहा था. उसके मुहं में से आवाज निकल रही थी आह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह ओह ओह ओह.
ये देख के मेरी चूत के दाने में भी आग सी सुलग गई थी. मैंने अपनी सलवार के ऊपर से ही अपनी चूत के दाने को दो ऊँगली में ले लिया और मसलने लगी. पूनम ने अब छातियाँ चुसाते हुए मेरे भाई के लंड के ऊपर हाथ रख के उसे दबाया और मसल दिया. भाई ने पूनम के बालों को पकड़ा और वो उसके गले के ऊपर किस करते हुए उसके दूध को दबाने लगा. नोकरानी की छातियाँ बहुत ही गोरी गोरी और चिकनी थी उसकी कमर भी एकदम गोरी ही थी. पूनम का लुक्स ही ऐसा था की उसे देख के किसी का भी लंड खड़ा हो जाए. जल्दी ही भाई ने अपनी पेंट खोल दी और अंडरवेर उतार के अपने लंड को नोकरानी के लिए बहार निकाल दिया.
जब पूनम ने मेरे भाई का लंड देखा तो वो थोड़ी देर तक उसको देखती ही रही. जब मेरे भाई ने उसे अपनी पेंटी उतारने के लिए कहा तो नखरे करने लगी. लेकिन मेर्रे भिया ने जबरदस्ती से उसकी पेंटी को उतारते हुए कहा, साली छिनाल लंड खड़ा करने के बाद नखरे अपनी माँ छुड़ाने के लिए करती हे. साली बदन का खून गरम करती हे फिर अपनी पेंटी खोलने में माँ मत चुदा. भाई का गुस्सा देख के पूनम बोली, अरे गाली मत दो ना ले लेती हूँ मैं तुम्हारा!
पूनम की चूत भी उसके बदन के जैसी ही गोरी थी. मेरे भाई ने उसकी चूत के ऊपर मुह लगाया और चाटने लगा. नोकरानी की चुदास बढ़ गई थी और वो अपने मुहं से अह्ह्ह अह्ह्ह आह करने लगी थी. मेरी ऊँगली को भी मैंने अपनी चूत के छेद में डाल लिया था और मैं उसे हिला के मजे ले रही थी.
भाई ने पूनम की चूत को कुत्ते के जैसे चूस के और चाट के फिर अपने लंड को उसके मुहं में दे दिया. भाई ने नोकरानी के पास अपने लोडे के साथ साथ टट्टे भी चटवा लिए. और फिर उसने नोकरानी की जांघो को पूरा खोल दिया. और उसने अपने लंड को उसकी देसी चूत के ऊपर रख के दबा दिया. कामवाली की सांस ही अटक गई जब मेरे भाई का लंड उसके अन्दर घुसा. उसके गले से चीख निकल गई अह्ह्ह्हह्ह!
जल्दी ही मेरा भाई जमीन पर पड़ी हुई कामवाली के ऊपर चढ़ के अपनी गांड को ऊपर निचे करने लगा. उसका लंड नोकरानी की चूत में पम्प कर रहा था. वो भी अह्ह्ह अह्ह्ह करते हुए मेरी भाई की कमर को पकड़ के उसे धक्के देने में मदद कर रही थी.
5 मिनिट तक भाई ने हाँफते हुए पूनम की चुदाई की और उसके बूब्स चुसे. और फिर भाई का लंड वीर्य छोड़ने लगा. भाई ने अपने लंड का सब का सब पानी पूनम की चूत में निकाल दिया. भाई की वासना पूरी हो चुकी थी और उसके लंड का सब पानी इस देसी चूत के अन्दर भर गया था.
फिर मेर्रे भाई ने अपने गंदे लंड को पूनम के मुहं में दे दिया. नोकरानी ने लंड के ऊपर चिपके हुए वीर्य को भी चाट लिया. और फिर वो दोनों कपडे पहनने लगे. भाई ने फिर पूनम को चुम्मा दिया और बोले, साली बहुत दिनों के बाद आज हाथ में आई तू.
तो मेरी नोकरानी ने कहा, आप के पापा और माँ होती हे घर में वरना मैं तो लंड लेने के लिए रेडी ही होती हूँ ना. आप से कहा की होटल में ले जाओ मुझे.
भाई ने उसके बूब्स दबाते हुए कहा, पागल होटल में पकडे जाने के डर हे, घर में ही सही हे!