यह कहानी आज से करीब 6 महीने पहले की है, जब में पाकिस्तान में था और वो लड़की मेरी गली में ही रहती है, जिसके साथ मैंने दोस्ती की उसका नाम जरीन है. ख़ैर असल में मुझे पता चला कि उस लड़की की दोस्ती मेरी कजिन से थी, लेकिन अब वो किसी वजह से आपस में बोलना बंद कर चुके थे, तो मैंने मौका का फ़ायदा उठाते हुए अपना काम स्टार्ट किया.
फिर मैंने एक दिन उस लड़की के घर की डोर बेल बजा दी और उससे उसकी माँ के बारे में पूछा कि कहाँ है? क्योंकि वो हमारी जान पहचान वाली थी. फिर उसने जवाब दिया कि माँ अभी घर पर नहीं है में अकेली हूँ. बस तो मैंने मौके का फ़ायदा उठाते हुए उससे कहा कि मुझे तुमसे कुछ बात करनी है. फिर उसने कहा कि अच्छा क्या बात है? तो मैंने कहा कि लंबी बात है, क्या में अंदर आ जाऊँ?
उसने कहा कि नहीं आप मुझे अभी कॉल कर लो. फिर मैंने उसी टाईम उसके घर के नंबर पर उसे कॉल की और उससे पूछा कि तुम्हारी अब मेरी कजिन से बात नहीं होती है क्या? तो उसने कहा कि नहीं में उससे बात नहीं करना चाहती. फिर मैंने आगे से अपनी बात चालू करते हुए कहा कि में तुम्हें पसंद करता हूँ, क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगी? तो वो सोच में पड़ गई और कहने लगी कि नहीं मुझे नहीं पता. फिर मैंने उससे कहा कि सोचकर बताना. फिर वो कहने लगी कि अच्छा देखूंगी और फिर फ़ोन कट कर दिया.
फिर अगले दिन अचानक से जब में अपनी बाइक साफ कर रहा था तो तब मेरे मोबाईल पर उसकी मिस कॉल आई तो जब मैंने देखा तो उसका नंबर था तो में खुश हो गया और उसी टाईम उसके घर के फोन पर कॉल किया तो उसने आधी बेल पर ही मेरा फोन उठा लिया और उसने बताया कि ओके फ्रेंडशिप करुँगी, तो में खुश हो गया. फिर कुछ देर तक हम दोनों ने बातें की और मैंने उसे समझाया कि हमारी दोस्ती की बात बाहर ना निकले. ख़ैर फिर कुछ दिन के बाद मैंने उसे अपने घर बुला लिया, क्योंकि मेरे सब घरवाले आउट ऑफ सिटी गये थे और उन सबको अगले दिन आना था.
फिर शाम के 5 बजे वो मेरे घर आई तो मैंने उसके आते ही अपने से चिपका लिया और किस की इच्छा बताई. फिर वो नहीं मानी, लेकिन मेरे बार-बार कहने पर मान गई और फिर उस दिन मैंने उसे बहुत किसिंग की. ख़ैर फिर इस तरह से हम दोनों तीन बार मिले. फिर एक दिन मैंने उससे फोन पर कहा कि में तुम्हें बाहर मिलना चाहता हूँ. फिर वो मान गई और हमने कहीं बाहर मिलने का प्रोग्राम बनाया, तो उसने मुझे बताया कि वो अपने घर कॉलेज का बहाना करके मुझसे मिलेगी.
फिर एक दिन उसने अपने घर पर कहा कि मुझे कॉलेज जाना है तो उसक पापा उसे बाइक से छोड़ने चले गये. अब में अपने घर के दरवाजे पर खड़ा था, फिर जब वो कॉलेज गई और वो जाते-जाते मुझे सिग्नल दे गई कि आ जाना, तो में ठीक 15-20 मिनट के बाद अपनी बाइक पर उसके पीछे चला गया. अब जब तक उसके पापा उसे छोड़कर आ चुके थे. फिर जब में कॉलेज के बाहर अपनी बाइक लेकर पहुँचा, तो वो मेरा इंतजार कर रही थी.
फिर मैंने उसे पिक किया और हम आइसक्रीम पार्लर चले गये, जहाँ हमने मिल्कशेक और आइसक्रीम का ऑर्डर किया और फिर हम दोनों एक कैबिन में जाकर बैठ गये और प्यार की बातें और किस करने लगे. फिर कुछ देर के बाद वेटर आया और मिल्कशेक और आइसक्रीम देकर चला गया. फिर हम दोनों मिल्कशेक और आइसक्रीम खाने लगे और प्यार करने लगे.
फिर सब कुछ खाने के बाद में फिर से स्टार्ट हो गया और उसे किसिंग करने लगा, कभी उसके गाल पर, कभी लिप्स और कभी गर्दन पर और कभी उसके कान चूसने लगा. फिर वो मेरे इस तरह करने से इतनी गर्म हो गई और मुझे फुल रेस्पोंस देने लगी. ख़ैर फिर आहिस्ता-आहिस्ता में उसके कपड़ो के ऊपर से ही उसकी इजाजत लेकर उसके बूब्स दबाने लगा और फिर कुछ देर के बाद मैंने उसे कमीज ऊपर करने को कहा, तो वो आराम से मान गई. फिर मैंने उसकी ब्रा भी ऊपर कर दी और फिर जब मैंने उसके 32 साईज के बूब्स देखे तो यकीन मानो मैंने ज़िंदगी में ऐसे मस्त बूब्स कभी नहीं देखे थे, यार गोरे-गोरे, निपल पिंक. फिर में तुरंत उन्हें अपने मुँह में लेकर चूसने लगा, अब मेरा 6 इंच का लंड फुल तना हुआ था.
फिर कुछ देर तक उसके बूब्स चूसने के बाद मैंने उसकी चूत को टच किया जो कि उसकी सलवार के ऊपर से पता चल रहा था कि गीली हो गई थी.
ख़ैर अब मैंने किस और उसके बूब्स चूसते हुए उसे उठाकर टेबल पर बैठा दिया था. फिर में कुछ देर तक ऐसे ही करता रहा और फिर मैंने आहिस्ता से उसकी सलवार भी नीची कर दी. अब वो अपने पैरों के बल टेबल पर सलवार नीची करके बैठी थी और में उसके बूब्स को चूस रहा था. दोस्तों जब मैंने उसकी चूत देखी तो वो शायद उसने 1-2 दिन पहले ही हेयर रिमूविंग क्रीम से बाल हटाये थे, मुझे इतनी चिकनी और गोरी चूत देखकर मज़ा आ गया था. फिर मैंने आहिस्ता-आहिस्ता उसकी चूत में फिंगरिंग स्टार्ट की, अब वो तड़प रही थी और अब उसकी चूत लाल होने लगी थी, अब तक वो कम से कम 2 बार झड़ चुकी थी.
कुछ देर के बाद मैंने उसकी सलवार उतार दी और तेजी के साथ उसकी चूत में फिंगर करने लगा, अब वो पागल हो रही थी. फिर मैंने आहिस्ता से अपना लंड मेरी पेंट से बाहर निकाला. अब उसकी आँखें बंद थी और मैंने उसकी दोनों टाँगें उठाकर उसे सीधा लेटा लिया और उसकी दोनों टाँगें अपने कंधो पर रख ली.
उसे अब तक नहीं पता था कि में मेरी पेंट से अपना लंड बाहर निकाल चुका हूँ. अब वो आराम से लेट चुकी थी. फिर मैंने अपने लंड का टोपा जब उसकी चूत पर लगाया, तो उसने घबराकर एकदम से अपनी आँखें खोली, अब वो डर गई थी और कहनी लगी कि प्लीज यह ना करो. फिर मैंने उसे प्यार से मना लिया और वो मान गई. अब में उसे किसिंग कर रहा था और उसके बूब्स चूस रहा था.
मैंने अपना टोपा उसकी चूत के छेद पर सेट किया और एक झटका मारकर मेरा आधा लंड डाल दिया, जिससे वो एकदम से हिली और उसकी चीख मेरे मुँह में दबकर रह गई. फिर मैंने कुछ देर के बाद दूसरा झटका मारा तो मेरा लंड उसकी चूत की सील तोड़ता हुआ अंदर चला गया और मेरा लंड खून से भर गया. फिर मैंने बड़ी आराम से मेरा लंड बाहर निकाला और अपने रुमाल से मेरा लंड और उसकी चूत साफ की. फिर जब उसने देखा तो वो घबरा गई कि मेरा खून निकल रहा है, लेकिन वो मेरे प्यार में पागल थी और फिर वो मान गई.
फिर मैंने वापस से उसकी चूत में मेरा लंड फिट किया और पूरा अंदर घुसा दिया. अब इतनी टाईट चूत का मज़ा लेते हुए में भी पागल हो रहा था. अब मेरा लंड पूरा रगड़ता हुआ अंदर बाहर हो रहा था और वो भी मजे ले रही थी. दोस्तों यकीन करो करीब 15 मिनट तक उसकी चूत मारने के बाद मेरा लंड झड़ने वाला था और वो अब तक 3 बार झड़ गई थी और फिर मैनें अपना लंड उसकी चूत के अंदर ही झाड़ दिया और करीब 10 मिनट तक ऐसे ही उसकी चूत में अपना लंड डालकर लेटा रहा. फिर कुछ देर के बाद मैंने सोचा कि मैंने उसकी चूत में ही पानी निकाल दिया है, कहीं वो प्रेंग्नेट ना हो जाए.
तब मैंने उसे टेबल पर अपने पैरो के बल बैठ जाने को कहा और जब वो अपने पैरो के बल बैठ गई तो मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डालकर तेजी से फिंगर करने लगा, तो 5 मिनट के बाद उसकी चूत से मेरा पानी बाहर आने लगा, तो वो इस बार फिर से 2 बार झड़ गई थी. फिर इस तरह से मैंने उसका सारा पानी उसकी चूत से बाहर निकाल दिया था, जो कि मेरे लंड से निकलकर उसकी चूत में चला गया था. दोस्तों मुझे उस दिन उसकी चूत को चोदकर बहुत सुकून मिला था और फिर हम दोनों को आगे भी जब कभी भी कोई मौका मिला मिला, तो हमने खूब इन्जॉय किया और खूब चुदाई की.