बंगले के पीछे की साइड में खड़े हो के मैं आज फिर से अपनी बहन को देखा. वाचमेन ने उसके लिए गेट खोला और वो दोनों खड़े हुए कुछ बातें करने लगे. मेरे एक दोस्त ने मुझे कहा था की तेरी बहन मानसी का चक्कर लगता हे वाचमेन के साथ. मैंने तब दोस्त के साथ झगड़ा सा कर लिया था. लेकिन उस दिन से मैं अपनी बहन के पीछे पड़ा था और उसकी वाच रख रहा था. मानसी 26 साल की हे और अपनी पीटीसी करने के बाद वो एक प्राइमरी स्कुल में पढ़ाती हे. पापा ने उसे जॉब प् आने जाने के लिए स्कूटी ला दी हे उसके ऊपर ही वो घुमती रहती हे.
मानसी हम तिन भाई बहनों में सब से बड़ी हे और घर में बहुत फ्रीडम हे उसे. माँ तो कभी कुछ कहती ही नहीं. पापा भी नहीं कहते हे उसे. वाचमेन का नाम शंकर हे और वो एक युपी का बन्दा हे. उसकी एज 30 साल के करीब हे और वो सोसायटी के गेट पर दिनभर पहरा देता हे और रात को सोसायटी के कौने में एक टेम्पररी मकान में रहता हे. वो दिखने में हट्टा कट्टा हे और डेली मोर्निंग में वो दौड़ लगाता हे और डेढ़ दो घंटे तक अपने बदन को कसने के लिए वर्जिश करता हे. वाचमेन से बात कर के मेरी बहन घर पर आ गई. मैं भी आगे आ गया.
मानसी वहां से नहाने के लिए चली गई. और मैं भी अपने काम में लग गया. वो दोनों के बिच में कुछ तो बात हुई थी. और मानसी भी हंस हंस के कुछ कह रही थी उसे.
शंकर की ड्यूटी ख़त्म हुई शाम को. और मैं छत पर बैठे हुए अपने मोबाइल पर फनी वीडियो देख रहा था. मैंने देखा की वो हमारे घर की तरफ देख रहा था. उसने वर्दी की ऊपर की जेब से फोन निकाला. दूसरा सिक्यूरिटी वाला हट में घुसा और शंकर ने अपने मोबाइल को बहार निकाल के किसी को मिस कॉल दी. मेरे दिल की धडकन तेज तेज चलने लगी. मैं समझ गया की ये साला मेरी बहन को ही मिस कॉल कर रहा होगा. मैं चुपके से निचे उतरा. मानसी निचे हॉल में थी. मैं उसके आगे घर से निकल गया ताकि उसको शक ना हो. सोसायटी से बहार निकल के मैं एक ट्रक के पीछे अपनी बाइक को पार्क कर के छिप गया.
कुछ देर में शंकर कपडे चेंज कर के वहां आया. और वो पैदल ही आगे जाने लगा. मुझे लगा की शायद मुझे गलतफहमी हुई थी. मैंने सोचा की दो मिनिट और रुक जाता हूँ.
और तभी मेरी बहन के एक्टिवा की हॉर्न सुनाई पड़ी. मानसी अपने चहरे के ऊपर दुपट्टे से मुहं को छिपा के निकली. और मैंने भी अपनी बाइक को चालु कर के उसके पीछे लगा दी इतने फासले पर की उसे शक ना हो. वो चली और शंकर एक साइड में खड़ा हुआ था. शंकर मेरी बहन के पीछे बैठ गया और मानसी ने अब तेजी से एक्टिवा को भगाई. मेरी भी यामाहा गाडी थी! मैं उसके पीछे ही था. 10-12 सोसायटी के बाद मानसी ने गाडी एक कच्ची रोड पर ले ली. वहां पर एक बिल्डिंग बन रहा था उसके बहार उसने गाडी को रोकी. मैं दूर ही पार्क कर दी अपनी बाइक को. फिर मैंने देखा की मानसी और शंकर दोनों हाथ पकड के किसी तीसरे आदमी से मिले. शायद वो उस बिल्डिंग का वाचमेन था.
मानसी उन दोनों को ले के इस अधूरी बिल्डिंग में चढ़ी. मैं भी पीछे चुपके से चला गया. मानसी को ले के वो दोनों वाचमेन ऊपर एक कमरे में गए. वो कमरा कोंक्रिट वाल का स्ट्रक्चर था अभी तो जिसमे कोई खिडकी दरवाजे नहीं थे. खिड़की के पास आड़ के लिए इंटे रखी हुई थी. मैं दबे पाँव ऊपर आया और इंटों के बिच की गेप से अन्दर देखा. बाप रे मानसी तो आलरेडी अपने घुटनों के ऊपर थी और उसके दोनों हाथ में एक एक लंड था. वो शंकर के और उसके इस दोस्त के लंड को हिला रही थी.
शंकर: अर्जुन मैंने मानसी को सुबह ही कहा था की तेरी साईट पर दो दिन के लिए काम बंद हे.
अर्जुन: हां यार अच्छा किया वैसे भी मेडम को चोदे हुए काफी दिन हो गए हे. मैं तो रोज इनके नाम की मुठ मारता हूँ.
मानसी: अरे मैं होटल्स में नहीं जा सकती ना वरना मैं तो रोज इन लंड के लिए अपने नाड़े को खोल देती.
अर्जुन ने अब मेरी बहन के माथे को पकड़ा और उसे अपने लंड की तरफ किया. मानसी ने मुहं को खोल के उसके लंड को मुहं में ले लिया और सक करने लगी. शंकर के लोडे को तब वो अपने हाथ में पकड़ के हिला रही थी. दोनों वाचमेन के लंड काले और 7 इंच जितने थे. अर्जुन का लंड शंकर से थोडा मोटा था. मेरी बहन इन दोनों टपोरी जैसे वाचमेन के लंड को ऐसे भोग रही थी जैसे ये दुनिया के दो आखरी लंड थे जिसे वो प्यार दे रही थी.
अर्जुन ने मानसी के माथे को पकड़ा और बाल को उँगलियों में ले के वो अब जोर से मानसी के माउथ को चोदने लगा. मानसी के गले तक लंड को भर के वो ठोक रहा था. और मानसी भी अग्ग्गग्ग्ग्ग अग्ग्ग्गग्ग्ग्ग अग्ग्गग्ग्ग ग्गग्ग्ग का साउंड से लंड को गले तक डलवा रही थी. और शंकर के लोडे को वो हिला रही थी. अर्जुन की आँखे बंद हो गई थी इस मस्त माउथ फकिंग की वजह से. शायद मानसी ने लंड के ऊपर अपने होंठो से इतनी मस्त ग्रिप बनाई थी की उसको खूब आनंद आ रहा था.
तभी मानसी ने अपने मुहं को खोला. उसका मुहं पूरा वीर्य से गन्दा हुआ पड़ा था. अर्जुन के लंड का पानी छुडवा दिया था मेरी प्यारी बहन ने. अर्जुन ने मानसी की नाक पकड़ी और उसे अपनी सब मुठ पिला दी. मानसी ने मुहं को अपने हेन्की से साफ़ किया. तब तक शंकर अपने लंड को उसके मुहं के पास ले आया था. शंकर के लंड को उसने मुहं में डाला और चूसने लगी.
और उधर अर्जुन ने एक फटी हुई डरी को निचे डाला. शंकर का लंड मुहं में रख के मेरी बहन उसके ऊपर बैठी. अर्जुन ने उसकी जींस के बटन को खोला और जींस को खिंच लिया. साथ में उसने अन्दर की पेंटी को भी निकाल लिया. मानसी की चूत एकदम क्लीन शेव्ड थी. और अर्जुन ने अब अपने माथे को मेरी बहन की चूत में घुसा दिया. वो मानसी की चूत को चाटने लगा था. मानसी के गले में फिर एक लंड था और वही ग्गग्ग्ग्ग कस साउंड आने लगे. मानसी एक हाथ से शंकर के लोडे को पकड़ के उसे चूस रही थी. और दुसरे हाथ से वो अर्जुन के बालों में प्यार से उंगलियाँ घुमा रही थी. और अर्जुन मेरी बहन के पालतू कुत्ते के जैसे उसकी चूत को चाट रहा था. मानसी को दोनों टांगो को उसने पूरा खोल दिया था. और जबान को चूत के ऊपर ऐसे घिस रहा था जैसे वो आइसक्रीम खा रहा हो.
मानसी एकदम चुदासी हो के शंकर के पुरे लंड को मुहं में घुसेड के चूसने लगी थी. और तभी अर्जुन ने कहा: शंकर उसकी बुर गीली हो गई हे आजा, तू पहले लेगा?
शंकर ने मानसी के मुहं से लंड को निकाला और मानसी ने अपनी चूत के ऊपर थोडा थूंक लगाया. शंकर का लंड पहले से ही गिला था उसके थूंक से. मानसी की दोनों टांगो के बिच में बैठ के शंकर ने अपने लंड को चूत पर रख दिया. मानसी ने अपनी दोनों टांगो को शंकर की कमर के दोनों तरफ लगा के जैसे उसे गाँठ में बाँध लिया. फिर शंकर ने धक्का मार के मेरी बहन की चूत में लंड डाला. अर्जुन खड़ा हुआ और उसके आधे खड़े हुए लंड को मेरी बहन ने फिर से अपने मुहं में भर लिया.
अब निचे मानसी शंकर के लोडे से चुदवा रही थी और ऊपर अर्जुन के लंड को चूस रही थी. मेरी सेक्सी बहन को ऐसे चुदते हुए देख के मेरा लंड भी कुलबुला रहा था. मैंने अपने हाथ से ज़िप खोली और लंड को बहार निकाला और वही खड़े हुए उसे मसलने लगा.
कुछ देर में अर्जुन के लंड को मेरी बहन ने फिर से कडक कर दिया. और शंकर ने उसके बूब्स को चूस के उसे खूब चोदा.
अब शंकर निचे लेट गया. मानसी अपनी चूत पसार के उसके ऊपर आ गई. शंकर के लंड को चूत में ले के मेरी बहन गांड हिला रही थी. तभी अर्जुन उसके पीछे आ गया. उसने मानसी को रोका और उसकी गांड के ऊपर थूंक दिया उसने. मानसी ने अपनी गांड में जैसे हवा भर के उसे पीछे की साइड खोला. उसकी गांड के छेद पर अर्जुन ने थोडा और थूंक लगाया और फिर अपने लंड को गांड पर रख के धकका मारा. मुझे लगा की मानसी की गांड फाड़ देगा वो लोडा. लेकिन आराम से आधा लंड घुस गया मेरी बहन की गांड के अन्दर. आधे लंड से ही अर्जुन उसकी गांड मारने लगा.
शंकर ने भी वापस धक्के लगाने चालू कर दिए थे निचे से. अब मेरी बहन दो वाचमेन के लंड के बिच में सेंडविच बन के डबल पेनेट्रेशन करवा रही थी.
इधर बहन को ऐसे दो दो लंड से चुदते हुए देख के मेरा तो लोडा मुझे पागल कर रहा था. मैंने अपने मोबाइल को निकाला और उसके केमरे को ईंटो के बिच में सेट कर के अपने बहन के सेक्स की मूवी बनाने लगा. साथ में मोबाइल की स्क्रीन पर बहन का लाइव चोदन भी दिख रहा था मुझे.
अर्जुन फच फच मारता गया आधे लंड से ही. और फिर कुछ देर में उसने मानसी के बूब्स को पकड के एक जोर का धक्का मारा. उसका लोडा पूरा मेरी बहन की हॉट गांड में घुस गया. मानसी ने एक जोर की आह निकाली और फिर किसी पोर्नस्टार के जैसे अपनी चुत्त्ड हिला के वो दोनों छेद चुदवाने लगी. उसकी गांड हिल रही थी और उसके अन्दर अर्जुन का लोडा बवाल मचा रहा था.
तभी शंकर ने अर्जुन को इशारा किया. अर्जुन ने लंड निकाल लिया गांड से. अब तीनो खड़े हो गए. अर्जुन अब आगे आ गया. उसने मेरी बहन को अपनी गोदी में उठा लिया. मानसी ने दोनों हाथ को अर्जुन के गले में और दोनों टांगो को उसकी कमर के चारो तरफ कर लिया और वो उसके ऊपर लटक सी गई. अर्जुन का लंड इस वक्त उसकी चूत में था.
शंकर मेरी बहन के पीछे आ गया और उसने अपने लोडे को मानसी की गांड में डाल दिया. अब दोनों हिला हिला के मेरी बहन को किसी रंडी के जैसे चोद रहे थे. और मेरी बहन अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह यह्ह्ह्हह अय्ह्हह्ह अह्ह्ह्यस्स्स्स कर के अपनी गांड को हिला रही थी.
दोनों वाचमेन ने मेरी बहन को पांच मिनिट चोदा और मैंने मोबाइल में क्लिप बना ली. फिर मैंने वही पर खड़े हुए अपने लंड को हिला लिया. फिर मैंने अन्दर गया और बोला, साली रंडी यहाँ इन गंदे लंड को लेने के लिए आती हे, आज पापा को सब बोलता हूँ.
ये कह के मैं बिल्डिंग से निकल गया. और अपनी बाइक ले के घर पर आ गया. मानसी भी मेरे पीछे अपनी एक्टिवा ले के भागी. उसने बहुत ट्राय किया लेकिन मैं पकड़ा नहीं जा सका. सोसायटी में घुस के मैंने बाइक पार्क की और अपनी बहन की वेट करने लगा. वो आई तो एकदम घबराई सी हुई थी.
मुझे देख के वो बोली, गोलू (मेरा पेट नेम) प्लीज़ पापा को कुछ मत कहना वो मेरे ऊपर बहुत तट्रस्ट करते हे.
मैंने कहा, और तुमने इन भैयों के लंड लेने के उस ट्रस्ट की माँ बहन एक कर डाली.
मानसी कुछ नहीं बोली, मैं वैसे अपनी बहन को चोदना ही चाहता था.
वो एक मिनिट रुक के बोली, गोलू प्लीज़ तू जो कहेगा वो करुँगी मैं!
मैंने कहा, चलो ऊपर मेरे बेडरूम में.
वो चुपके से मेरे आगे निकल के मेरे बेडरूम में गई.
मेरी सेक्सी बहन मानसी को मैंने दो भैयों से चुदते हुए देखा और उसे ब्लेकमेल कर के अपने बेडरूम में ले गया. वो आगे गई और मैंने उसके पीछे जा के दरवाजे को बंद कर दिया. फिर मैंने अपने मोबाइल को निकाला और उसे कहा तेरे काण्ड का सबूत भी हे मेरे पास मानसी, अब तू बता की मैं क्या करूँ!
मानसी: भाई प्लीज़ डिलीट कर दो इसे, हमारी इज्जत का सवाल हे.
मैंने कहा: साली वहां दो टके के लंड लेते हुए ये इज्जत की बंसुरी नहीं बजाई थी तूने. मैंने सब देखा, मुहं से ले के गांड तक तूने किसी रंडी के जैसे ही चुदवाये थे अपने. और मेरे पास सब का सबूत हे. अब तू बता की क्या करूँ तेरे साथ?
मानसी मेरे पाँव पर गिर पड़ी और बोली, गोलू प्लीज़!
मैंने कहा चल फिर एक प्रोमिस कर मेरे सामने.
वो बोली क्या?
मैंने कहा, कसम खा के उन्के गंदे लंड अपनी लाइफ में कभी नहीं लेगी.
मानसी: हां भाई मैं कसम खाती हूँ की उनसे नहीं चुदवाउंगी.
मैंने कहा, और ये भी कसम खा के किसी और का लंड भी नहीं लेगी.
उसने वो भी कसम खाई.
फिर मैंने कहा, अब ऐसे बोल की मेरा भाई गोलू जब कहेगा मैं अपने कपडे खोल दूंगी!
वो मेरे सामने देखने लगी. मैंने कहा, अब तू बहार के लंड नहीं लेगी तो तेरी चूत की प्यास कैसी बुझेगी? इसलिए मेरा लंड तुझे लेना पड़ेगा.
मानसी ने वो कसम भी खा ली. मैंने कहा, चल अब अपने कपडे खोल.
मानसी ने खड़े हो के अपने कपडे खोल दिए. मैंने पानी के बोटल को उसके हाथ में दे के कहा, कुल्ली कर, चूत और गांड को पानी से साफ़ कर.
उसने ऐसे ही किया. निचे पानी गिरा उसके ऊपर मैंने मानसी से पोछा लगवा दिया. फिर मैंने उसे कहा, मेरी पेंट लटक रही हे उसके अन्दर बेल्ट हे वो ले आई.
मानसी बेल्ट ले के आई. मैंने बेल्ट को उसके गले में पहना दिया. और उसे कहा, साली कुतिया आज तेरी गांड और चूत का शुध्धिकरण करेगा तेरा भाई अपने लौड़े से. साली दो टके के लोड़ों को ले के तूने अपनी चूत गन्दी कर ली हे हरामी साली छिनाल.
मानसी के गले में पट्टा फिट था और उसे सांस लेने में तकलीफ होती थी जब मैं उसे खींचता था. मैंने बेल्ट को खिंच के उसे अपने लंड के पास लिया और कहा, चल अब मेरे लोडे को बहार निकाल साली रांड.
मानसी के हाथ कांप रहे थे. उसने मेरी जिप खोली और लंड बहार निकाला. कुछ देर पहले ही मैने मुठ मारी थी इसलिए लंड आधा खड़ा था. मैंने मानसी के मुहं को अपने हाथ से पकड़ के दोनों गालों के ऊपर जोर से दबा दिया. उसका मुहं खुल गया और मैंने अपना लंड उसके अन्दर पेल दिया.
मानसी के मुहं में लंड को फिट कर के मैंने उसके बाल को पकड़ा और खड़े हो के उसके मुहं को जोर जोर से चोदने लगा. मानसी को दर्द हो रहा था क्यूंकि मेरे इस ब्लोवजोब में सिर्फ उसको पीड़ा देने का ही इरादा था. मेरा लंड उसके गले से टकरा जाता था और वो अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह अहह कर देती थी. मैंने बाल को नोंच के उसे ऊपर उठाया. मेरे लंड का प्रीकम उसके होंठो पर लगा हुआ था. मैंने अपनी इस रांड बहन को होंठो पर किस दिया. और फिर से उसे निचे धक्का दे के लंड मुहं में दे दिया.
मानसी लंड को चूसने लगी. मैंने बेल्ट को एकदम खिंच के ही रखा हुआ था. मानसी की आँखों में आंसू थे और मैं जबरन उसे लंड चटा रहा था. फिर मैंने उसके मुहं से लंड को बहार निकाला. और लंड को ऊपर उठा के उसे कहा. चल अंडे चूस मेरे रंडी.
मानसी मेरे लंड के निचे के अन्डो को अपनी जबान से चाटने लगी. और उसकी जबान गांड तक चली जाती थी. मुझे अजीब सी गुदगुदी हो रही थी उसकी जबान से.
उसने एक मिनिट अंडे चुसे. फिर मैंने उसे कहा, चल खड़ी हो जा और अपने कपडे खोल दे.
वो खड़ी हुई लेकिन मैंने बेल्ट नहीं छोड़ा. वो कपडे निकाल के न्यूड हो गई. मैंने कहा, चल अब मैं मोबाइल में गाना बजाऊंगा तू किसी रंडी के जैसे डांस करेगी.
वो बोली, मुझे डांस नहीं आता हे.
मैंने एक तमाचा मारा उसे और कहा, साली तुझे हेमा मालिनी वाला कथक थोड़ी करना हे. बस अपनी गांड हिला दे भाई के लिए अपने, साली वो वाचमेन के लिए तो बड़ी फुदक फुदक के लोडे ले रही थी छिनाल.
मानसी रोने लगी और बोली, भाई चोदना हे तो सीधे सीधे चोद लो मैंने कहा मना किया हे तुम्हे. लेकिन ऐसी बर्बरता क्यूँ!
मैंने कहा, साली छीनाल ये चुदाई नहीं हे तेरी चूत का शुद्धिकरण हे और शुद्धिकरण में दर्द तो होता ही होता हे. तूने दो लंड लिए हे और अब मेरे लंड से तेरा सफाई अभियान चल रहा हे.
मानसी के लिए मैंने मोबाइल के अन्दर जलेबी बाई वाला गाना बजाय. वो अपनी गांड को मटका के और बूब्स को हिला के नाचने लगी. एकदम बार डांसर के जैसी लग रही थी वो अपने चुंचे हिलाते हुए. मेरा लंड खड़ा हो गया था.
मैंने बेल्ट को खिंचा और उसे कहा, चल अब घोड़ी बन जा भाई तेरे बुर की सवारी करेगा.
मानसी घोड़ी बनी और मैं उसके पीछे आ गया. मैंने अपने लंड को चूत के मुहं पर रख के बिना किसी साइन के धक्का दे दिया. मेरा लंड फच की साउंड से पूरा अन्दर चूत में घुसा और मानसी की चूत द्वार की चमड़ी घिस गई. उसकी हलकी सी झांट के बाल जो चूत के अन्दर की दीवारों पर उगे थे वो मेरे लंड को भी घिसे. उसके मुहं से दर्दभरी चीख निकल गई. मैंने उसके बाल पकड के उसके होंठो के ऊपर किस दिया. और उसके कान में कहा, आवाज कम साली छिनाल!
मानसी रोते हुए अपनी गांड को हिलाने लगी थी. और मैं उसके बूब्स को नोंचते हुए उसे चोद रहा था. मैंने जानबूझ के अपना सब वेट उसके ऊपर ही डाला हुआ था. और उसके बूब्स को मैं हाथ से नोचते हुए बेल्ट को भी झटके देता था. मेरी बहन मानसी की हालत खराब हो गई थी मेरा लंड लेने में.
मैं कस कस के अपने लंड के धक्के मारे उसकी चूत के अंदर. और फिर पांच मिनिट चोदने के बाद मैंने कहा, चल अब तेरी गांड मारनी हे मुझे.
मानसी कुछ नहीं बोली. मैंने लंड को चूत से निकाला और उसे कहा, अपनी गांड को फाड़ दे मेरे लिए.
मानसी ने अपने दोनों हाथ से चुत्त्ड खोले. मैंने उसकी गांड के छेद को देखा. और फिर एक कस के लात मात दी उसकी गांड के ऊपर. वो गिरने ही वाली थी और मैंने बेल्ट को खिंचा. उसकी गर्दन पर जबरदस्त झटका लगा और उसकी आँखों में जैसे खून आ गया. अगर अभी उसका ऊंट मेरे पहाड़ के निचे ना होता तो शायद वो मुझे मार ही देती. बहन के लिए ये सेक्स एन्जॉय नहीं लेकिन पेन बन के आया था. वो फिर से खड़ी हुई घोड़ी बन के और उसने अपनी गांड को फाड़ा मेरे लिए.
अब की सच कहूँ तो मुझे थोड़ी दया आ गई मानसी की. मुझे लगा की शुद्धिकरण ने व्यापस हिंसा का स्वरूप ले रखा था. मैंने उसके गले से बेल्ट को निकाल लिया और उसे कहा, अब आराम से करूँगा तेरा शुद्धिकरण आधा हो गया हे!
फिर मैंने अपने लंड को थूंक से गिला किया और उसकी गांड में परो दिया. मैंने जितना सोचा था उसे से कही ढीली थी मेरी बहन की गांड का छेद.
मैंने कहा, कितनो के लंड लिए हे इसके अन्दर साली कुतिया.
वो कुछ नहीं बोली और मैंने उसकी गांड को दोनों साइड से दबाई ताकि लंड के ऊपर प्रेशर बने. फिर मैं पच पच की साउंड के साथ अपनी बहन की गांड पेलने लगा.
10 मिनिट की हार्डकोर एनाल फकिंग के बाद मेरे लंड का पानी निकलने को था. मैंने मानसी को सीधा किया और उसे कहा, चुसो मेरे लंड को रंडी.
मानसी ने लंड को चूसा और गाढ़ा वीर्य निकल के उसके मुहं में भर गया. मैंने लंड को बहार निकाल के उसके चहरे को पूरा वीर्य-स्खलित कर दिया. उसकी नाक में कान में, और गले के ऊपर भी मैंने पिचकारियाँ मारी.
वो थक गई थी मेरे इस सेक्स से. मैंने कहा, जाओ नाहा लो और अपने पाप धो लो.
वो कपडे पहनते हुए बोली, गोलू प्लीज़ वो मूवी डिलीट कर दो.
मैंने कहा, नहीं वो मेरे पास रहेगी ताकि तुम किसी और का लंड लो तो मैं पापा को दिखाऊं की तुम कितनी बड़ी छिनाल हो जो दो दो लंड से चुदवाती हो.
मानसी पाँव जमीन पर मारती हुई वहां से चली गई. मैं फ्रेश हो के निचे सोसायटी में निकला. मैं सीधा शंकर के पास गया. वो मुझे देख के डरा सा था. मैंने इधर उधर देखा तो कोई देख नहीं रहा था. मैंने उसे दो तमाचे मारे और उसके होंठो से खून निकल गया.
मैंने उसकी गिरेबान पकड के कहा, साले दो टके के मादरचोद वाचमेन बड़े घर की लड़कियों को छेड़ता हे!
वो मेरे पाँव पकड के बोला, छोटे साहब हमारी गलती नहीं हे मानसी दीदी ने ही हमें उकसाया था.
मैंने शंकर के बाल पकड के उसे खड़ा किया और कहा, देख सोसायटी के सेक्रेटरी से तेरे गाँव का पता ले लेता हूँ मैं अभी. अगर आहिंदा सोसायटी की किसी भी औरत के साथ काम बिना बात करते हुए भी देखा तो दरोगा अंकल का लंड तेल लगा के उन्के डंडे के साथ तेरी गांड में पलवा दूंगा.
वो बोला, जी हजूर माई बाप आगे से कुछ नहीं होगा ऐसे.
फिर मैंने उसे कहा, मानसी को आज से तू बहन के बिना कुछ नहीं कहेगा और उसके साथ नजरें भी मिलाई तो काट दूंगा साले!