हाई दोस्तों मेरा नाम दिलीप हे और मैं इस साईट को पिछले कुछ महीनो से फोलो कर रहा हूँ. आज की ये कहानी मेरी पहली कहानी हे और आप को अच्छी लगेगी.
अभी मेरी उम्र 22 साल हे और मैं गुजरात के एक छोटे से कसबे से हूँ. मेरे घर में मेरी माँ और मैं रहते हे. मेरे पापा की जॉब शहर में हे और वो वही पर रहते हे. मेरी माँ का नाम जल्पा हे और उनकी उम्र 38 साल हे. मम्मी का फिगर 36 34 40 हे. मम्मी हाईट में थोड़ी बोनी हे लगभग 5 फिट 5 इंच के करीब की हाईट हे उसकी. मम्मी का रंग एकदम दूध के जैसा गोरा हे और उसका फिगर एकदम कातिलाना हे. शायद हमारे गाँव की सब से हॉट आंटी का खिताब मेरी माँ ही होगी. गाँव के बहुत सब मर्द मम्मी को लाइन मारते हे और जब वो सब्जी वगेरह लेने बहार जाती हे तो अपने लंड उसे देख के मसलते हे. माँ की गांड बहुत ही बड़ी और चौड़ी हे. वो जब चलती हे तो उसके कुल्हे मस्त ऊपर निचे होते हे और लोगों के लंड खड़े होते हे.
ये बात आज से कुछ 4 साल पहले के ही. मेरे घर के बगल में एक 60 साल का आदमी रहता था जिसका नाम केलाश था. वो मेरी मम्मी को बहुत घुर घुर के देखता था. हमारे गाँव में एक मालिश वाली थी जो सिर्फ लेडिज की मालिश करती थी. वहां पर बहुत सब लडकियां नंगी और आधी नंगी हो के अपनी मालिश करवाती थी. मेरी माँ भी महीने दो महीने में एकाद बार अपनी मसाज और मालिश करवाती थी.
एक दिन केलाश मेरे घर आया और मुझसे पूछा की तेरी मम्मी कहा हे? हम दोनों मम्मी को दुसरे कमरे में ढूंढने लगे तो उसे देख के हमारे होश ही उड़ गए. मम्मी अन्दर मालिश वाले के सामने पूरी न्यूड हो के लेटी हुई थी और अपने बदन की आयल लगा के मालिश करवा रही थी. मम्मी उस वक्त उलटी हो के लेटी हुई थी. और तेल लगी हुई उसकी गांड एकदम चमक रही थी. केलाश बूढा तो ये देख के जैसे पागल ही हो गया.
मम्मी को पता ही नहीं था की खिड़की से उसे कोई देख रहा हे. तभी मम्मी उस मालिशवाली से बोली की तुम थोडा और तेल लेकर आओ और मालिश वाली बहार आई तेल लेने के लिए. बूढा उस मालिश वाले के पास गया. उसने उसे 1000 रूपये दिए और बोला की तुम जल्पा की मालिश करते करते उसकी आँख में पट्टी बाँध देना और फिर चली जाना. मैं तुम्हे और भी पैसे दूंगा. मालिश वाली वापस आकर फिर से मालिश करने लगी. और बूढा खिड़की से मम्मी को देख रहा था.
वो बूढा भी खिड़की से देखते देखते अपनी धोती और गंजी को खोलने लगा. वो साला खिड़की के पास ही पूरा नंगा हो गया. इतने में मालिश वाली बोला जल्पा मैं तुम्हारी आँखों के ऊपर पट्टी बाँध देती हूँ. मम्मी ने कहा आँखों पर पट्टी क्यूँ?
तो वो मालिश वाली ने कहा जल्पा मैं तुम्हारी चूत और गांड के अंदर ऊँगली डाल के तेल की मालिश करुँगी जिस से तुम्हे बड़ा ही मजा आएगा.
मम्मी बोली थी हे बाँध दो.
मालिश वाली पट्टी बाँध कर बोली मैं और तेल लेकर आती हूँ.
और वो बहार आ गई.
बूढ़े केलाश ने मालिश वाली को निकाल के घर का डरवाना बंद कर दिया. और वो मम्मी के कमरे में आ गया.
मम्मी आँखों पर पट्टी बाँध कर लेटी हुई थी. बूढ़े ने अपने 8 इंच के लंड को मसला और वो हाथ में तेल ले के मम्मी की मालिश करने लगा. पहले उसने मम्मी के हाथ और पैर के ऊपर तेल लगाया. और फिर उसके बाद वो मम्मी की चूची मसल कर उसके ऊपर तेल लगाने लगा.
मम्मी उसे मालिश वाली समझ कर मजे ले रही थी. फिर उसने २ उंगलियाँ मम्मी की चूत में डाल कर अंदर बहार करना चालू कर दिया. मम्मी को मस्ती चढ़ गई और वो अह्ह्ह अह्ह्ह्ह करने लगी.
बूढ़े ने पांच मिनिट तक ऐसे ही किया और मम्मी झड़ गई. मम्मी बूढ़े को मालिश वाली समझ कर बोली मजा आ गया. और फिर मम्मी ने कहा तेरी ऊँगली की जगह अगर किसी का लंड होता तो और भी मजा आता मेरी जान!
और ये सुन के तो बूढा एकदम से खुश हो गया. फिर बूढा मम्मी को उल्टा लिटा कर उसकी पीठ के ऊपर तेल लगाने लगा.
बूढा केलाश मम्मी की बड़ी और सेक्सी गांड को देख कर पागल हुआ जा रहा था. मम्मी की गांड बड़ी बड़ी और चिकनी थी और एकदम गोरी भी. मम्मी की मस्त गांड को देख कर मेरा लंड भी खड़ा हो गया था.
बूढ़े ने अब मम्मी किस सफ़ेद गांड पर तेल लगा रहा था. उसने ढेर सारा तेल मम्मी के कूल्हों पर डाला और वो उन्हें मसलने लगा. फिर उसने एक ऊँगली मेरी मम्मी की गांड के छेद में घुसा दी. और वो ऊँगली को अन्दर बहार करने लगा. मम्मी आह्ह्ह अहह श्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह कर के सिस्कारियां ले रही थी.
मम्मी बूढ़े को मालिश वाली समझ के बोली काश तेरी ऊँगली की जगह कोई तेल लगा के मेरी गांड में लंड डालता तो कितना मजा आता और भी! काफी सालों से मैंने पीछे लंड नहीं लिया हे.
अब तो ये सब सुन के बुध एकदम पागल सा हो गया था. उसने मम्मी की गोरी गोरी गोल मटोल गांड पर अपना लंड रखा. और फिर उसने अपने लंड के ऊपर ढेर सारा तेल और थूंक लगाया. और फिर वो अपने लंड को मम्मी की गांड के ऊपर रगड़ने लगा. मम्मी इतना मदहोश हो गई की उसको कुछ पता नहीं चला की वो सच में चुदनेवाली हे. मैं भी बहार से सब देख रहा था और एक्साइट हो चूका था. मैंने भी अपना पेंट शर्ट खोल कर नंगा हो गया.
कुछ देर में बूढ़े ने अपना लंड मम्मी की गांड के छेद के ऊपर रख कर एक जोर का धक्का लगाया. उसका सुपाड़ा अन्दर चला गया. फिर उसने एक और जोर का धक्का लगा के पूरा लंड मेरी मम्मी की गांड में डाल दिया.
बूढा कुछ देर ऐसे ही मेरी मम्मी की गांड में लंड डालकर लेटा रहा. फिर अपने लंड अन्दर बहार करने लगा. मम्मी मदहोश हो कर अपनी गांड मरवा रही थी. मम्मी को पता था की वो गैर मर्द से गांड मरवा रही हे पर वासना के कारण उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था. करीब 30 मिनिट की गांड चुदाई के बाद मम्मी की गांड में ही बूढ़े केलाश ने अपना माल छोड़ दिया.
मैं खिड़की से मम्मी की चुदाई को देख कर आलरेडी दो बार मुठ मार चूका था. बूढा मम्मी को सीधा लिटाकर मम्मी की चूत में अपना लंड डाल दिया. करीब 20 मिनिट मम्मी की चूत मारने के बाद फिर से मम्मी को उल्टा कर दिया और मम्मी की गांड मारने लगा. उसने एक बार फिर से अपना माल मेरी मम्मी की सेक्सी गांड में छोड़ दिया.
मम्मी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था की वो तो बस एन्जॉय करती गई. मैंने बूढ़े को इशारा किया की मैं भी अपनी मम्मी की गांड मारना चाहता हूँ. बूढ़े ने मुझे अन्दर ले लिया और मैं मम्मी के मुह के पास गया. फिर अपने हाथ से माँ का मुहं खोल के मैंने अपने लंड को मुहं में डाला. मम्मी ने लंड चूसा कुछ देर और एकदम कडक हो गया.
फिर मैं पीछे गया और अपने लंड के ऊपर ढेर सारा थूंक लगा दिया. मम्मी की गांड पर भी मैंने थूंक लगाया और अपना लंड मम्मी की गांड पर रखा.
फिर मैंने एक जोर का झटका मम्मी की गांड पर लगाया और मेरा 6 इंच का लंड मम्मी की गांड में आराम से चला गया. मैं मम्मी की हॉट गांड को चोदने लगा उसके उपर चढ़ के.
फिर मैंने जोर जोर से अपनी कमर हिला के मम्मी की गांड को चोदा. मम्मी भी मजे से अपनी गांड को हिला के मरवा रही थी. अब उसे थोडा पता था की बेटा ही माँ की गांड को चोद रहा हे. तब बूढ़े ने अपलौड़े को माँ के मुहं में दे के चटाया. माँ ने उसके लंड को चमका दिया. फिर मैंने मम्मी की चूत के अन्दर अपना लंड डाला और चोदने लगा.
मम्मी को भी खूब मजा आ गया. पांच मिनिट के बाद मैंने अपना माल माँ की चूत में छोड़ के वहां से निकल गया. और उस बूढ़े ने एक बार फिर से मेरी माँ को चोदा. माँ को आँखों पर पट्टी बंधा हुआ छोड़ के ही वो वहां से निकल गया. मम्मी की गांड और चूत दोनों के अन्दर बहुत सब वीर्य भरा हुआ था. उसने अपनी आँखों की पट्टी खोली तब तो वो कमरे में अकेली ही थी. माँ को पता ही नहीं चला की कौन से दो लंड उसकी चूत और गांड को चोद गए थे आज!